Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
The mother hen Maina wants his affection, His left aspect adorns an enchanting type. He holds a trident in his hand, a image of power, Normally destroying the enemies.
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
बृहस्पतिदेव की कथा
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
अर्थ: जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके Shiv chaisa जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥ अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी ।
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
लिङ्गाष्टकम्